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नाग पंचमी पर करें काल सर्प दोष दूर करने के चमत्कारी उपाय

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नाग पंचमी पर करें काल सर्प दोष दूर करने के चमत्कारी उपाय

नाग पंचमी का पर्व सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है| हिन्दू धर्म में नाग पंचमी पर्व का विशेष महत्त्व है| इस दिन काल सर्प दोष निवारण की पूजा का विशेष महत्त्व है| इसलिए शिवजी के ज्योतिर्लिंगों में काल सर्प दोष निवारण की पूजा विशेष रूप से होती है, लोग नाग पंचमी की तिथि का सालभर इंतज़ार करते है| इसलिए नाग पंचमी की तिथि काल सर्प दोष पूजा के लिए विशेष महत्व रखती है|

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काल सर्प योग क्या होता है 

कुंडली में सात ग्रह सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि जब राहु और केतु के बीच स्थित होते है तो कुंडली में काल सर्प योग बनता है| यहां खास बात यह है कि सभी ग्रहों की डिग्री राहु और केतु की डिग्री के बीच होनी चाहिए, यदि किसी गृह की डिग्री राहु और केतु की डिग्री के बाहर आती है तो पूर्ण काल सर्प योग नहीं बनता है इस स्थित में आंशिक काल सर्प योग बनता है| 

काल सर्प योग के लक्षण

  • नौकरी या व्यापार में बार-बार दिक्क़तें आना 
  • घर में क्लेश होना 
  • संतान सम्बन्धी परेशानी होना 
  • धन हानि होना 
  • शारीरिक कष्ट रहना 
  • किसी भी कार्य में सफलता ना मिलना 
  • मेहनत का फल ना मिलना 

काल सर्प दोष के उपाय 

  • नाग पंचमी के दिन किसी भी नाग मंदिर या शिव मंदिर जाकर कच्चे दूध से अभिषेक करें और श्री फूल चढ़ाकर नाग देवता की पूजा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है|  
  • नाग पंचमी के दिन नाग को दूध पिलाना| 
  • नाग पंचमी के दिन नाग नागिन का जोड़ा बहते हुए जल बहाये| 
  • भगवान शिव को साँपों का देवता माना जाता है, इसलिए जितना हो सके ॐ नम: शिवाय और महा मृत्युंजय का जाप करें| 
  • नाग पंचमी के दिन 11 नारियल बहते हुए जल में प्रवाहित करें| 
  • नाग पंचमी के दिन भगवान भोलेनाथ का अभिषेक हुए नाग नागिन का जोड़ा शिवलिंग पर चढ़ाये फिर अभिषेक के बाद उसे बहते हुए जल में प्रवाहित करें | 
  • ऐसे शिव मंदिर में जहाँ नाग देवता न हो वहाँ पर नाग देवता की प्रतिष्ठा करवाए| 
  • अपने वजन के बराबर कोयला बहते हुए जल में बहाये| 
  • नाग पंचमी के दिन रुद्राभिषेक करवाए|